वैशाख माह 2021 के व्रत,पर्व एवं त्योहार
                                           

आज की इस पोस्ट में वैशाख महीने में पड़ने वाले समस्त व्रत,
त्योहार आदि के विषय में आप जानेंगे। 
वैशाख महीना 2021 कब से शुरू हो रहा है?
तथा कब तक चलेगा। 
पूरे महीने में कौन-कौन से व्रत पड़ेंगे 
तथा उनका क्या महत्व है। 

 28 अप्रैल 2021 से वैशाख माह का शुभारंभ हो रहा है। द्वितीया तिथि की हानि होने के कारण कृष्ण पक्ष 14 दिनों का रहेगा। 

28 अप्रैल 2021 से 11 मई, 2021 तक वैशाख कृष्ण पक्ष तथा 12 मई 2021 से 26 मई 2021 तक शुक्ल पक्ष रहेगा। 

28 अप्रैल 2021 दिन बुधवार से पूरे महीने भर सतुआ, जल
पूरित, कुंभ, छाता, जूता आदि का दान करना चाहिए। 
इस दिन पीपल के मूल में तुलसी से भगवान विष्णु की पूजा का अत्यंत महत्व बताया गया है। 

आज ही के दिन भगवती विंध्यवासिनी का महाघटाभिषेक भी किया जाता है। 
नेपाल में साखू यात्रा, रत्नागिरी में भगवती दुर्गा का रथोत्सव भी होता है। 

30 अप्रैल 2021 को संकष्टि गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाएगा। चंद्रोदय रात में 10:16 के बाद होगा ।
इसी दिन भगवती सती अनुसुइया की जयंती भी मनाई जाएगी।

1 मई को सिख के गुरु तेग बहादुर जी की जयंती पड़ेगी। 
2 मई 2021 को मिथिला में कोकिला षष्टि व्रत किया जाएगा। 3 मई 2021 को सिखों के गुरु अर्जुन देव की जयंती मनाई जाएगी। 

4 मई 2021 को भगवती शीतला जी के लिए शीतला अष्टमी का व्रत, काल अष्टमी का व्रत किया जाएगा। इस दिन बासी भोजन करना पुण्य माना जाता है। 

7 मई 2021को वरुथिनी एकादशी का व्रत किया जाएगा। इसी दिन श्री वल्लभाचार्य जी की जयंती, रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती भी मनाई जाएगी। 

9 मई 2021 को प्रदोष व्रत किया जाएगा तथा इसी दिन मास शिवरात्रि का व्रत भी होगा। 

11 मई को भौमवती अमावस्या का व्रत होगा। इस दिन तीर्थ स्नान, नदी, स्नान, श्राद्ध आदि किया जाएगा। मंगलवार को यदि अमावस्या पड़ जाए और इस दिन गंगा स्नान करने को
मिल जाए तो कोटि सूर्य ग्रहण के स्नान का पुण्य फल प्राप्त
होता है। ऐसा शास्त्रों में कहा गया है। इसी दिन वैशाख कृष्ण पक्ष का समापन भी हो जाएगा। 

दिनांक 12 मई 2021 को वैशाख शुक्ल पक्ष का आरंभ होगा। इस पक्ष में चतुर्थी तिथि की वृद्धि तथा दशमी तिथि की हानि के कारण पक्ष 15 दिनों का होगा। 

दिनांक 14 मई 2021 शुक्रवार को अक्षय तृतीया का व्रत किया जाएगा। इसे सतयुग के प्रारंभ की तिथि भी माना जाता है। इस दिन किया गया दान अक्षय होता है जिसका पुण्य कभी क्षीण नहीं होता। इसलिए इस दिन कुछ ना कुछ दान अवश्य करना चाहिए। इसी दिन भगवान परशुराम की जयंती
सायंकाल मनाई जाएगी। 

रात्रि में 3:03 पर सूर्य वृष राशि में प्रवेश करेंगे जिससे बसंत ऋतु का समापन तथा ग्रीष्म ऋतु का प्रारंभ होगा। 
संक्रांति जन्य पुण्य काल 15 मई को प्रातः काल से प्रारंभ होगा। इस दिन गंगा स्नान, गोदावरी, स्नान, तीर्थ, स्नान, गोदान, तिल दान आदि का विशिष्ट महत्व कहा गया है। 

15 मई 2021 को श्री वैनायकी गणेश चतुर्थी का व्रत किया जाएगा।

17 मई 2021 को आद्य जगतगुरु शंकराचार्य जी की जयंती मनाई जाएगी। इसी दिन सूरदास जयंती भी मनाई जाएगी। 

18 मई 2023 को मध्यान्हकाल में भगवती गंगा की उत्पत्ति होगी। श्री गंगा सप्तमी व्रत किया जाएगा। इस दिन श्री रामानुजाचार्य जयंती बंगाल में चंदन षष्ठी भी मनाई जाएगी। 

20 मई 2021 को भगवती सीता जी की नवमी मनाई जाएगी। इस दिन भगवती जानकी की जयंती श्री बगलामुखी जयंती मनाई जाएगी। 

22 मई 2021 को स्मार्त अर्थात समस्त गृहस्थ बंधु की मोहिनी एकादशी का व्रत होगा। 
इसी दिन उड़ीसा में इसे लक्ष्मीनारायण एकादशी के रूप में भी मनाया जाएगा। 

वैष्णव जन मोहिनी एकादशी का व्रत 23 मई को करेंगे। इससे यह एकादशी 22  एवं 23 दो दिन मनाई जाएगी। 

23 मई को ही भगवती रुकमणी द्वादशी, परशुराम द्वादशी तथा बंगाल में पीपीतकी द्वादशी मनाई जाएगी। 

24 मई 2021 को सोम प्रदोष का व्रत किया जाएगा। पुत्र प्राप्ति के लिए इस दिन से प्रदोष व्रत का प्रारंभ कर सकते हैं। 

25 मई 2021 को नृसिंह चतुर्दशी का व्रत किया जाएगा। भगवान नृसिंह के अवतार को मनाया जाएगा तथा सायंकाल लक्ष्मी नारायण का पूजन किया जाएगा। 
इसी दिन व्रत की पूर्णिमा भी रहेगी। भगवती छिन्नमस्तका की
जयंती भी इसी दिन मनाई जाएगी। 

26मई 2021 को स्नान दान की पुण्यतमा पूर्णिमा मनाई जाएगी। इसी दिन कूर्म जयंती, बुद्ध जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, संपत गौरी व्रत तथा बंगाल में गंधेश्वरी पूजा का व्रत किया जाएगा। 

वैशाख माह के नियम व्रत आदि का इस दिन समापन हो जाएगा। हरिद्वार, प्रयागराज संगम तट, तथा काशी में अस्सी संगम में इस दिन स्नान का अत्यंत महत्व बताया गया है। इसी दिन वैशाख मास का समापन होगा। पूरे वैशाख माह भर विभिन्न फलदाई व्रत-त्योहार पड़ते हैं, जिसे धर्मानुरागी जन वृंद उत्साह पूर्वक मनाते हैं। 

वैशाख माह में बताए गए व्रत पर्व त्यौहार की यदि आपको वीडियो देखनी हो तो नीचे यूट्यूब लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं। 👇👇👇👇👇👇👇👇 

                               


               पं0 सतीश चंद्र पाण्डेय "आचार्य कश्यप
                               काशी, वाराणसी

Comments

Popular posts from this blog

देवालय को श्रद्धा,भक्ति,उपासना का केंद्र बना रहने दें,पर्यटन स्थल न बनाएं।

लघु कृति

*कालभैरवाष्टकम्*